आपका विबुधः की टेबलायड सेवा में स्वागत है, जैसे कि आप जानते हैं टेबलायड सेवा तथ्यों एवं सचाई को जन जन तक पहुंचाने का कार्य करती है। आज हमारा विषय है कोल्ड ड्रिंक भाव ठंडा पिए।
आज प्रत्येक व्यक्ति इस बात से बलीभाँति अवगत होगा कि क्या बड़ा बूढ़ा नौजवान और बच्चे सब कोल्ड ड्रिंक का सेवन करते हैं।
परन्तुं क्या आप इस पिए को रोजाना पीने के साथ साथ इससे परिचित भी हैं?
जवाब होगा नहीं। चलिये आपको इस कोल्ड ड्रिंक से रूबरू करवाते हैंभारत में कोल्ड ड्रिंक:-
भारत में पिए के रूप में लिए जाने वाले निम्बू पानी , सत्तू, ब्राह्मी रस, एवं सत्व हमारी प्राचीन संस्कृति का एक अंग है। जो पूर्णतः तथ्यों पर आधारित एक चिकित्सा का भाग रहा है। परन्तुं भारत के इतिहास में कोल्ड ड्रिंक नाम का कोई पिए था ही नहीं। भारत एवं विश्व का प्राचीनतम आयु का वेद आयुर्वेद तो इस कोल्ड ड्रिंक के सख्त खिलाफ रहा है। हमारे वेदों में केवल सामान्य तथा उष्ण जल का प्रवधान है। तो सोचने की बात है यह कोल्ड ड्रिंक कहाँ से आई। यह कोल्ड ड्रिंक विदेशी उपज है और भारत में गुलामी के समय की उपज है। भारत पर शासन करने आये अंग्रेज ठन्डे इलाके से थे एवं उनको पीने में ठंडा पानी मिलता था जिस वजह से उन्होंने अपने पीने के लिये शीतल जल ही चाहिए होता था तो वह लोग इसके लिए शील भाव बर्फ का इस्तेमाल करते थे जिससे गुलामी में भारत को मिला ठंडा जल पीना।
परन्तुं भारत में नींबू पानी , ब्राह्मी आदि का जल प्राचीन प्रचलन था जिसे देख वेदेशों से आये लोगों ने उसे देख अपना एक नया उत्पाद बनाना सोचा जिसमे रंग और सोडा का इस्तेमाल होने लगा ऐसे बनी कोल्ड ड्रिंक।
दूसरा सवाल की क्या यह कोल्ड ड्रिंक सुरक्षित है?
तो आपको सबसे पहले बता दें यह कोल्ड ड्रिंक बिलकुल सुरक्षित नहीं है। इसके पीछे कुछ रसायन तथा कुछ हमारे आयुर्वेदिक आधार हैं।
● सबसे पहले भारत में कृतम ठंडा पानी पीना वर्जित है यह जानकारी आयुर्वेदिक उपवैद डॉ विनय पुष्करणा उप-संस्थापक विबुधः ने दी कि भारतीय चिकित्सा में सामान्य तथा उष्ण जल का ही प्रवधान है अधिक शीतल जल कब्ज भाव मल अवरोधक होता है तथा यह मोटापा भी लाता है क्यों कि अधिक शीतल जल हमारी जठरागिनी को मंद कर देता है फल स्वरूप हमे पेट की समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
● द्वितीय कारण है कोल्ड ड्रिंक में पड़ने वाले रसायन। आज कल कोल्ड ड्रिंक को रंगने के लिए सिंथेटिक रंग इस्तेमाल किए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए ज़रा भी उचित नहीं। त्वचा रोग इन रासायनिक रंगों की बेहतरीन उदहारण है।
● कोल्ड ड्रिंक में पाया जाने वाला रसायन कैफीन एक ऐसा नशा है जो सबको अपना दास बनाये जा रहा है। यह एक ऐसा लीगल रसायन है जो प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार से ग्रहण कर रहा है परन्तुं इसके कुप्रभाव से कोई अवगत नहीं। इसके कुप्रभाव में सबसे ऊपर है यह लत लगा देता है, समर्ण शक्ति को शीन करता है, गर्भधारण में समस्या करता है, एवं गर्भवती स्त्री के गर्भ को नुक्सान पहुंचाता है और बहुत सी समस्याएं आती हैं । यही वजह है कि आज शल्य चिकित्सा से बच्चे जनम ले रहे हैं। यही नहीं यही रसायन हमारे शरीर में उत्तेजना पैदा करता है फलस्वरूप क्रोध, चिड़चिड़ापन, असहनशीलता आदि हमारे स्वभाव में आ जाता है।
● एक और मुख्य रसायन जो हमारे लिए ज़रा भी हितकारी नही अपितु हमारे लिए ज़हर है, इसी रसायन के कारण इसे टॉयलेट क्लीनर कहना निसंदेह गलत नहीं है। आम भाषा में सोडा कहे जाने वाला एक ऐसा रसायनिक घोल है जो हमारे शरीर में आंतरिक अंगों को गलाने में सबसे आगे है। जिस वजह से कुछ लोग अपनी छोटी आंत खो बैठते हैं वो लोग सामने आ कर बोलते नहीं इसका कारण है एक तो बड़ी कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट और दूसरा कारण डर। परन्तुं यकीन मानिए यह घोल आपके सारे शारीरिक अंगों को नष्ट करने में लगा हुआ है। उदारण के लिए एक पतली मांस की झिल्ली ले कर उसपर ऊपर से सोडा टपकाएं और परिणाम देखें।
● यही नहीं यही कोल्ड ड्रिंक में पाया जाने वाला घोल हमारे शरीर की हड्डियों को पिघला देता है जिसमे दांत सबसे पहले देखे जा सकते हैं और शरीर में बाकी जोड़ों को भी यह कहना अनुचित नहीं होगा कि यह भी अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ों के दर्द एवं हड्डियों के खुरने का कारण है। आप अगर इसका उदारण लेना चाहते हैं तो अंडा 2माह तक एक कोल्ड ड्रिंक में रख कर देख लें या कोल्ड ड्रिंक में मिनट्स डाल देखें कैसे यह बोतल के अंदर विस्फोटक रूप ले लेती है और हमारे अंदर जा कर कैसे काम करेगी।
यह तो हैं प्रत्यक्ष परिमाण हमारे शरीर को नुक्सान के क्या आप यह जानते हैं कि एक बोतल कोल्ड ड्रिंक बनने में होता है 4बोतल पानी का नुक्सान? जी आपने सही सुना एक बोतल से 4 गुना पानी वेस्ट होता है जिस पर बहुत बार केस भी लगें हैं परन्तुं हर बार क्वालिटी मेंटेनेन्स एवं आगे से ऐसा नहीं होगा कह कर छूट जाता है। इसके परिमाण आप गूगल कर लें। यह भी कारण है कि पीने युक्त पानी हर रोज़ कम हो रहा है क्यों कि वेस्ट पानी पीने युक्त नहीं होता तथा उससे हमारी धरती का जल स्तर कम एवं धूषित हो रहा है।
हर साल टीडीएस बढ़ना भी इसी का एक कारण है। डॉ विनय पुष्करणा इस सब पर पिछले 3साल से कार्य कर रहे हैं।
● कोल्ड ड्रिंक में कृतम चीनी जी कोल्ड ड्रिंक में पायी जाने वाली कृतम चीनी भी हमारे लिए ज़हर से कम नहीं यही हमे ओबेसिटी भाव मोटापा एवं मधुमेह भाव शुगर का रोगी बनाती है।
तो बहनों भाइयों मेरी इस पोस्ट में मैं जितनी बातें आसानी से बता सकती थी मैंने बताई और उम्मीद करती हूँ आप सब इन बातों पर गौर करेंगे। और इस विषैले पिए से दूरी बनायें रखेंगे एवं अपने राष्ट्र धर्म की पालना करते हुए और लोगों को भी इसे छोड़ने की विनती करेंगे। क्यों कि हम अकेले नहीं सभी देशवासी एक हो कर इसको ख़तम कर सकते हैं। इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें।
औथिर:- श्रीमती पूजा विनय पुष्करणा।
फाउंडर ऑफ़ विबुधः महाविद्यालय
फाउंडर ऑफ़ विबुधः महाविद्यालय
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