गर्दन दर्द को कभी हलके में नहीं लेना चाहिये क्योंकि इससे कई लक्षणों का पता चलता है। गर्दन में दर्द की समस्या से ना तो आप ठीक से उठ-बैठ सकते हैं और ना ही रोज मर्रा के काम कर सकते हैं।कई लोगों को सिर को दाएं-बाएं घुमाने पर अकड़न और दर्द के साथ कड़कड़ाहट की आवाज भी सुनाई देती है।
गर्दन में लगातार दर्द रहने पर अति शीघ्र चिकित्सक को दिखाना चाहिए।चिकित्सकीय परीक्षणों के बाद ही यह तय हो पाता है कि दर्द किस कारण हो रहा है। अगर दर्द होने का कारण कोई गंभीर बीमारी न होकर सामान्य है तो उसे व्यायाम योगासनों एवं घरेलू उपचारों से भी ठीक किया जा सकता है।
गर्दन में लगातार दर्द रहने पर अति शीघ्र चिकित्सक को दिखाना चाहिए।चिकित्सकीय परीक्षणों के बाद ही यह तय हो पाता है कि दर्द किस कारण हो रहा है। अगर दर्द होने का कारण कोई गंभीर बीमारी न होकर सामान्य है तो उसे व्यायाम योगासनों एवं घरेलू उपचारों से भी ठीक किया जा सकता है।
सही मुद्रा बना कर रखें
शरीर की सही मुद्रा बना कर रखने से भी गरदन का दर्द ठीक करने में सहायता मिलती है। अपने शरीर को एक दीवार पर सटा कर खड़ा कीजिये। अपनी पीठ और बुटक को दीवार से लगाइये और ठुड्डी को बिल्कुल सीधे रखिये। बस इसी मुद्रा में सारे दिन रहिये।
हींग एवं कपूर
हींग एवं कपूर समान मात्रा में लेकर सरसों तेल में फेंटकर क्रीम की तरह बना लें। इस पेस्ट को गर्दन में लगाकर हल्के हाथों में मालिश करने पर दर्द आराम हो जाता है।
अदरक का पेस्ट
यह एक दर्द निवारक दवा के रूप में काम करती है। अगर आप अदरक पावडर को पानी में मिला कर पियें या फिर इसे घिस कर गरम पानी में मिला कर पेस्ट बना कर गरदन पर लगाएं तो राहत मिलेगी।
मसाज
मसाज किसी भी दर्द को ठीक कर सकता है। मसाज से आप आराम से अच्छी नींद सो सकते हें। पर चोट को तेजी से नहीं मलना चाहिये नहीं तो वहां पर और ज्यादा दर्द पैदा हो सकता है।
आइस पैक लगाएं
गरदन की दर्द में आइस पैक काफी लाभ पहुंचाता है। आप चाहें तो बरफ के टुकड़े को कपड़े में बांध कर दर्द पर रख सकते हैं। इससे दर्द में काफी आराम मिलेगा।
गर्म सिकाईं
जब चोट की सिकाई होती है तो खून का दौरा उस जगह पर तेज हो जाता है जिससे चोट जल्दी ठीक हो जाती है।
गरम पानी से स्नान
गरम पानी के शॉवर के नीचे कुछ देर खडे़ रहें। जैसे की गरम पानी आपकी गरदन पर गिरेगा, कुछ ही देर में आपको असर दिखाई देगा।
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