🌿🌿🌿 *पुदीना के लाभ* 🌿🌿🌿
गर्मी में पुदीना खाने का टेस्ट बढ़ाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। बहुत ही कम लोग जानते हैं कि ये एक बहुत अच्छी औषधि भी है | साथ ही इसका सबसे बड़ा गुण यह है कि पुदीने का पौधा कहीं भी किसी भी जमीन, यहां तक कि गमले में भी आसानी से उग जाता है। यह गर्मी झेलने की शक्ति रखता है। इसे किसी भी उर्वरक की आवश्यकता नहीं पडती है। थोड़ी सी मिट्टी और पानी इसके विकास के लिए पर्याप्त है। पुदीना को किसी भी समय उगाया जा सकता है। इसकी पत्तियों को ताजा तथा सुखा कर प्रयोग में लाया जा सकता है।
*आज हम आपको बताने जा रहे हैं पुदीने के कुछ लाजवाब गुण,*
1. मुंहासे दूर करता है
2. श्वांस संबंधी परेशानियों में रामबाण
3. कैंसर में भी है उपयोगी
4. मुंह की दुर्गंध मिटाता है
5. खांसी खत्म करता है
6. गर्मी दूर कर ठंडक पहुंचाता है
7. बुखार में राहत देता है
-- हरा पुदीना पीस कर उसमें नींबू के रस की दो-तीन बूँद डाल कर चेहरे पर लेप करें। कुछ देर लगा रहने दें। बाद में चेहरा ठंडे पानी से धो डालें।
-- कुछ दिनों के प्रयोग से मुँहासे दूर हो जाएँगे तथा चेहरा निखर जाएगा।
-- हरे -पुदीने की 20-25 पत्तियां, मिश्री व सौंफ 10-10 ग्राम और काली मिर्च 2-3 दाने इन सबको पीस लें और सूती, साफ कपड़े में रख कर निचोड़ लें।
-- इस रस की एक चम्मच मात्रा लेकर एक कप कुनकुने पानी में डाल कर पीने से हिचकी बंद हो जाती है।
-- एक चम्मच पुदीने का रस, दो चम्मच सिरका और एक चम्मच गाजर का रस एक साथ मिला कर पीने से श्वास संबंधी विकार दूर होते हैं।
-- इतना ही नहीं अधिक गर्मी या उमस के मौसम में जी मिचलाए तो एक चम्मच सूखे पुदीने की पत्तियों का चूर्ण और आधी छोटी इलायची के चूर्ण को एक गिलास पानी में उबालकर पीने से लाभ होता है।
-- एक रिसर्च से पता चला है कि यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में लाभकारी है ।
-- इस लिए हमें अपने घर के बगीचे में पुदीने का पौधा जरूर लगाना चाहिए, पुदीने का ताजा रस शहद के साथ सेवन करने से ज्वर दूर हो जाता है।
-- पेट में अचानक दर्द उठता हो तो अदरक और पुदीने के रस में थोड़ा सा सेंधा नमक मिला कर सेवन करे।
- नकसीर आने पर प्याज और पुदीने का रस मिलाकर नाक में डाल देने से नकसीर के रोगियों को बहुत लाभ होता है।
-- सलाद में इसका उपयोग स्वास्थ्यवर्धक है। प्रतिदिन इसकी पत्ती चबाई जाए तो दुत क्षय, मसूडों से रक्त निकलना, पायरिया आदि रोग कम हो जाते हैं। यह एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है और दांतों तथा मसूडों को जरूरी पोषक तत्व पहुंचाता है। एक गिलास पानी में पुदीने की चार पत्तियों को उबालें। ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें। इस पानी से कुल्ला करने पर मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है।
-- एक टब में पानी भर कर उसमें कुछ बूंद पुदीने का तेल डाल कर यदि उसमें पैर रखे जाएं तो थकान से राहत मिलती है और बिवाइयों के लिए बहुत लाभकारी है। पानी में नींबू का रस, पुदीना और काला नमक मिला कर पीने से मलेरिया के बुखार में राहत मिलती है। इसके अलावा हकलाहट दूर करने के लिए पुदीने की पत्तियों में काली मिर्च पीस लें तथा सुबह शाम एक चम्मच सेवन करें। पुदीने की चाय में दो चुटकी नमक मिला कर पीने से खांसी में लाभ मिलता है। हैजे में पुदीना, प्याज का रस, नींबू का रस समान मात्रा में मिला कर पिलाने से लाभ होता है।
-- हरे पुदीने की 20-25 पत्तियां, मिश्री व सौंफ 10-10 ग्राम और काली मिर्च 2-3 दाने इन सबको पीस लें और सूती, साफ कपड़े में रख कर निचोड़ लें। इस रस की एक चम्मच मात्रा लेकर एक कप कुनकुने पानी में डालकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है। इतना ही नहीं अधिक गर्मी या उमस के मौसम में जी मिचलाए तो एक चम्मच सूखे पुदीने की पत्तियों का चूर्ण और आधी छोटी इलायची के चूर्ण को एक गिलास पानी में उबालकर पीने से लाभ होता है।
-- पुदीने का ताजा रस शहद के साथ सेवन करने से ज्वर दूर हो जाता है तथा न्यूमोनिया से होने वाले विकार भी नष्ट हो जाते हैं। पेट में अचानक दर्द उठता हो तो अदरक और पुदीने के रस में थोड़ा सा सेंधा नमक मिला कर सेवन करें। नकसीर आने पर प्याज और पुदीने का रस मिला कर नाक में डाल देने से नकसीर के रोगियों को बहुत लाभ होता है।
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