तिल
सर्दी के मौसम में तिल का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसे खाने से शरीर को बहुत ऊर्जा मिलती है। इस मौसम में तिल के तेल की मालिश करने से ठंड से बचाव होता है। तिल खाने से न केवल पेट के रोग, बल्कि अन्य कई रोग भी दूर होते हैं। इसमें कैल्शियम, आयरन, ऑक्जेलिक एसिड, अमीनो एसिड, प्रोटीन, विटामिन बी, सी व ई की भरपूर मात्रा होती है। काले तिल व सफेद तिल दोनों का ही उपयोग औषधीय रूप में भी किया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ठंड में तिल के उपयोग व इसे खाने से होने वाले फायदों के बारे में....
ठंड में इस तरह खाएं तिल, इन 10 प्रॉब्लम्स की हो जाएगी छुट्टी
1. ठंड में तिल गुड़ दोनो समान मात्रा में लेकर मिला लें।उसके लड्डू बना ले। रोजाना 2 बार 1-1 लड्डू दूध के साथ खाने से मानसिक दुर्बलता व तनाव दूर होता है। शक्ति मिलती है। कठिन शारीरिक श्रम करने पर सांस फूलना जल्दी बुढ़ापा आना बंद हो जाता है। तिल व तिल के तेल के सेवन से व सिर में इसकी मालिश करने से न केवल बाल घने और चमकदार होते हैं, बल्कि बालों का गिरना भी कम हो जाता है।
2. रोजाना दो चम्मच काले तिल चबाकर खाइए और उसके बाद ठंडा पानी पीजिए। इसका नियमित सेवन करने से पुराना बवासीर भी ठीक हो जाता है।
3. बच्चा सोते समय पेशाब करता हो़ तो भुने काले तिलों को गुड़ के साथ मिलाकर उसका लड्डू बना लीजिए। बच्चे को यह लड्डू हर रोज खिलाइए, वह सोते वक्त पेशाब नही करेगा।
4. तिल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह वाइरस, एजिंग और बैक्टीरिया से शरीर की रक्षा करता है। इसलिए ठंड में तिल का सेवन जरूर करना चाहिए।
5. यदि सर्दी के कारण सूखी खांसी हो तो 4-5 चम्मच मिश्री व इतने ही तिल मिश्रित कर ले। इन्हे एक गिलास मे आधा पानी रहने तक उबालें। इसे दिनभर में तीन बार लें।एक स्टडी के मुताबिक ठंड में तिल व तिल के तेल का सेवन डायबिटीज के पेशेन्ट्स के लिए दवा का काम करता है।
6. पेट दर्द हो तो 20-25 ग्राम साफ तिल चबाकर ऊपर से गर्म पानी पीने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
7. कब्ज होने पर 50 ग्राम तिल भूनकर उसे कूट लीजिए, इसमें चीनी मिलाकर खाइए। इससे कब्ज दूर हो जाती है।
8. खांसी आने पर तिल का सेवन कीजिए खांसी ठीक हो जाएगी। तिल व मिश्री को पानी में उबाल कर पीने से खांसी दूर हो जाती है।
9. रोज सुबह अच्छे से चबा चबाकर काले तिल खाने से दांत और मसुड़े स्वस्थ रहते हैं। तिल खांसी से भी निजात दिलाता है। अदरक वाली चाय में दो ग्राम तिल मिलाकर कुछ देर उबालें। इस चाय के सेवन से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है।
10. तिल, सोंठ, मेथी, अश्वगंधा सभी बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। रोज सुबह इस चूर्ण के सेवन से अर्थराइटिस की समस्या ठीक हो जाती है।
विशेष - सूर्यास्त के बाद कोई भी तिलयुक्त पदार्थ नहीं खाना चाहिए। (मनु स्मृतिः 4.75)
~ हिन्दू पंचांग ~
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