Body tells Nature.

by October 24, 2011 0 comments
किसी भी व्यक्ति से मिलने पर हम उससे हाथ मिलाते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं कि  हाथ मिलाते समय ही सामने वाले व्यक्ति का कैरेक्टर मालूम हो जाता है।
  1. यदि किसी व्यक्ति की हथेली पतली, कठोर तथा सूखी है तो वह व्यक्ति चिंतित रहने वाला, अधिकांश समय घबराया हुआ रहता है।
  2.  यदि किसी व्यक्ति की हथेली मोटी, भारी और कोमल है तो ऐसा व्यक्ति विलासी, कामुक होता है।
  3.  यदि किसी व्यक्ति की हथेली पतली हो, कोमल हो, पिलपिली हो तो वह आलसी, आरामपसंद और अति कामुक होता है।
  4.  हथेली लचीली, कठोर और उंगलियां समान अनुपात में हो तो व्यक्ति स्थिर मन, मेहनती, किसी भी बात को जल्द समझने वाला और सभी से समान व्यवहार करने वाला होता है।
  5.  यदि किसी की हथेली में गड्ढा हो तो वह व्यक्ति भाग्यहीन होता है। अधिकांश समय परेशानियों से घिरा रहता है।
  6.  किसी व्यक्ति की हथेली बड़ी हो तो वह व्यक्ति हर कार्य बहुत सोच-समझकर करने वाला होता है।- किसी व्यक्ति हथेली छोटी हो तो वह व्यक्ति योजनाओं को ठीक से लागू नहीं कर पाते। इनकी हेंड राइटिंग बड़े अक्षरों वाली होती है।

यदि आप किसी व्यक्ति के चलने के तरीके को ध्यान से देखें तो आप उसका स्वभाव जान सकते हैं।
  • जो व्यक्ति कंधे झुकाकर चलते हैं वे लोग किसी भी कार्य को करने में हमेशा आगे रहते है लेकिन उन्हें अपनी मेहनत के अनुसार सफलता नहीं मिल पाती। ये लोग अपनी पूरी जिन्दगी भैतिक सुविधाओं को जुटाने में लगा देते हैं। ये लोग खुद से ही दुखी रहते हैं।
  • हाथ को तानकर और ऊंची गर्दन रखकर जो लोग चलते हैं वे मेहनती होते हैं। ऐसे लोग सबके दुख में काम आने वाले ऐसे व्यक्ति विशाल हृदय वाले होते हैं। ये लोग अपने काम से काम रखने वाले होते हैं।
  • हाथ में मोबाइल या पर्स को थोड़ा आगे करके चलने वाले लोग अक्सर दिखावटी स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग बातचीत में माहिर होते हैं। ये लोग घुमने-फिरने का विशेष शौक रखने वाले होते हैं। ये लोग भौतिक सुखों को जुटाना ही अपने जीवन का लक्ष्य मानते हैं।
  • हाथ ज्यादा हिलाकर चलने वाले लोग सारी जिन्दगी अल्हड़पन का जीवन व्यतीत करते हैं। ये लोग बहुत चौक्कने होते हैं। स्त्रियों का इस तरह चलना उनकी कार्य कुशलता बताता है। ऐसी स्त्रियां धार्मिक स्वभाव होती है।
  • जो लोग गर्दन एक ही दिशा में रखकर और सीना तानकर तेजी से चलते हैं। वो लोग स्वभाव से जल्दबाज होते हैं। ये लोग बहुत सफाई से झूठ बोलने वाले होते हैं। किसी भी स्थिति से अपने आप को बचाना खुब अच्छी तरह आता है।
  • कंधे लटकाकर चलने वाले व्यक्ति प्राय: मानसिक रूप से दबाव महसूस करते हैं कि इन्हे अपने तन का होश ही नहीं रहता। चुपचाप रहकर अंदर ही अंदर घुटना यही इनकी
  • एक हाथ जेब में डालकर चलने वाले लोग प्राय: शक्की स्वभाव और झक्की प्रवृति के होते हैं। ये अपनी छोटी-छोटी बातें भी छिपाकर नहीं रख पाते हैं।ये व्यक्ति बहुत ही साधारण जीवन व्यापन करते हैं। ये लोग एक नम्बर क आलसी, कामचोर और दगाबाज भी होते हैं।
  • धीरे-धीरे चलने वाले लोग मक्कार होते हैं। इन लोगों में बहुत अहंभाव होता है। ये लोग अपने नष्ट करते हैं। एकाकी जीवन इन्हें बहुत ज्यादा पसंद होता है। इनको दिखावा करना अच्छा लगता है। ये थोड़े कंजुस होते हैं।
  • जो लोग दोनों टांगे चौड़ीकर के चलने व्यक्ति दो प्रकार की श्रेणियों में अधिक देखें जाते हैं या तो वे बहुत उच्च श्रेणी के होते हैं या बहुत निम्र श्रेणी केहोती हैं। दोनों ही श्रेणी के लोगों की मानसिकता विस्तृत होती हैं।



An Article Submitted By:-
Dr. Viney Pushkarna,
Founder & Director Of PRANA
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Writers:- Rajan Pushkarna, Viney Pushkarna, Pooja Pushkarna, Vibudhah Office

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