आप जिससे प्यार करती हैं, अगर वह आपको हमेशा अपमानित करने लगे या आपको शारीरिक व मानसिक यातनाएं देने लगे तो यह यौन अपमानजनक रिश्ते की शुरुआत है। यौन अपमानजनक रिश्तों के कई लक्षण होते हैं। सबसे मुख्य लक्षण है अपने पार्टनर से डर लगना, बिना काम के अपने पार्टनर के आगे पीछे घूमना पड़ता है, लगातार आप पर नजर रखना या अपनी हर बात मनवाना। यह है एक अस्वस्थ्य रिश्ते की शुरुआत। जैसे ही आपको लगता है कि आपके साथी का व्यवहार आपके प्रति अपमानजनक हो रहा है तो उसे बढ़ने नहीं दे उसे उसी समय रोकने की कोशिश करें। ऐसी स्थिहति में आपके चुप रहने से यह यातनाएं खत्म होने की जगह बढ़ती जाती हैं।
यह केवल स्त्री के लिए नहीं पुरुषों के लिए भी है बहुत से पुरुष भी इसी अपमानजनक रिश्तों से जूझ रहे हैं।
हमारा यह आर्टिकल लिखने के पीछे किसी व्यक्ति को ठेस पहुँचाना नहीं है। अपितु सामान्यत और प्रेम को बढ़ाना है। हमने इसमें स्त्री को ले कर इस लिए लिखा क्यों की पुरुषों के मुकाबले स्त्री शोषण जयादा होता है परन्तु पुरुष शोषण का भी विरोध है। जो हमने इसके अंतिम में लिखा है।
यौन अपमानजनक रिश्तों का उद्देश्य
यौन अपमानजनक रिश्तों का केवल एक ही उद्देश्य होता है आपको डराकर, धमाकर या हर बात में नीचा दिखाकर आप पर पूरी तरह से नियत्रंण करना। अगर इससे भी बात नहीं बनती है तो आप व आपके आसपास के लोगों से मारपीट भी शुरु हो सकती है।
यौन अपमानजनक रिश्ते की शुरुआत अचानक नहीं होती है। धीरे धीरे इसके लक्षण भयावह रुप ले लेते हैं। इसके लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग होते हैं लेकिन लक्षण ऐसे हैं जो सामान्य होते हैं।आईए जानें उन लक्षणों के बारे में।
अधिकारात्मकता
हर समय आप पर नजर रखना कि आप कहां है, क्या कर रहीं हैं और किसके साथ हैं।आपको कहीं जाने से रोकने की कोशिश करना व लोगों से मिलने पर रोक लगाना।आपको आपके मनपसंद काम नहीं करने देना व बार-बार उसमें समस्याएं पैदा करना।
जलन
आप पर बिना किसी वजह फ्लर्टी होने व अविश्वासी होने का आरोप लगाना।अपने बुरे बर्ताव के जरिए आपको अपने परिवार वालों व दोस्तों से दूर रखना।आपको किसी पुरुष के साथ देखकर आप पर धोखा देने का आरोप लगाना।
नीचा दिखाना
आपको हमेशा नीचा दिखाना व आपके किसी भी कार्य को सरहाने की जगह उसमें कमी निकलाना।लोगों के सामने आपको बेइज्जत करना व आपको शर्मिंदा करना।आपकी योग्यता, सुंदरता को छोटा साबित करने की कोशिश।लगातार आपकी तुलना अन्य लोगों के साथ करना। रिश्ते में होने वाली सभी समस्याओं के लिए आपको दोषी ठहराना।
डराना व धमकाना
आपको डराकर व धमकाकर यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करना।चिल्लाकर, नाराज़ होकर और जानबूझ कर उन चीजों को तोड़ना जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं।आपके साथ आपके परिवार वालों या दोस्तों के साथ मारपीट करना उन्हें धमाकाना।
पति-पत्नी का रिश्ता प्यार व विश्वास से बना होता है। इसमें किसी तरह की जोर जबरदस्ती या मानसिक यातना की कोई जगह नहीं होती है। थोड़ी बहुत नोक झोंक तो पति पत्नी के बीच होती ही है और माना जाता है कि इससे आपका रिश्ता और मजबूत होता है। लेकिन कई बार महिलाएं अपने पार्टनर द्वारा यौन अपमानजनक यातनाओं का शिकार होती हैं। इसमें उनके पार्टनर शारीरिक व मानसिक रुप से उन्हें प्रताड़ित करते हैं और अपने ईशारों पर चलने को मजबूर कर देते हैं। शारीरिक प्रताड़ना के मुकाबले भावनात्मक प्रताड़ना से उबरना बहुत मुश्किल होता है। इसके भय से बाहर आने में लोगों को काफी समय लग जाता है, कभी कभी तो दिमाग पर भी इसका काफी असर होता है।
यौन अपमानजनक रिश्तों का शिकार
यौन अपमानजनक रिश्तों का शिकार विषमलैंगिंक व समलैंगिक जोड़े दोनों ही हो सकते हैं। यह सभी आयुवर्ग, जातीय पृष्ठभूमि, और आर्थिक स्तर में होता है। सामान्यत: महिलाएं ही इसका शिकार होती हैं, लेकिन पुरुष भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। वे भी मौखिक व भावनात्मक रुप से इसका शिकार होते हैं कई बार तो यह अपमान शारीरिक भी हो जाता है।
डरे नहीं आवाज उठाएं
पुरुष हो या महिला अगर आप यौन अपमानजनक रिश्ते का शिकार हो रहें हैं, तो चुपचाप इसे सहकर और बढ़ावा नहीं दें। इसके खिलाफ आवाज उठाएं। कई बार हो सकता है कि आप अपने साथी को छोड़ने या ब्रेक अप के डर से कुछ नहीं बोल पाते हैं, लेकिन अगर आप यह सोच रहे हैं कि इससे आपकी जिंदगी सुधर सकती है तो यह आसान हो जाएगा। कोई भी रिश्ता अगर इस मोड़ पर पहुंच जाए तो उसे खत्म करना ही ठीक है। इस तरह डर कर अपमान सहने से आपका आत्मसम्मान कम होगा। शर्मिंदा महसूस करने की कोई जरूरत नहीं है। किसी और के हिंसात्मक व्यवहार के लिए आप जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं। आपकी पहली जिम्मेदारी खुद को सुरक्षित करना है।
आईए जानें यौन अपमानजनक रिश्तों से कैसे बचें।
हेल्पलाइन की मदद लें
आजकल हमारे देश में यौन अपमानजनक रिश्तों का शिकार हो रहे लोगों के लिए कई सारी हेल्पलाइन हैं, जिनसे आप संपर्क कर सकते हैं, और अपनी परेशानी बता सकते हैं। ये हेल्पलाइन 24 घंटे खुली रहती हैं। आप अनुभवी सलाहकारों से भी बात कर सकते हैं।
अपने अंदर की आवाज सुनें
अगर आपको लग रहा है कि कुछ ठीक नहीं है तो ज्यादा देर तक चुप नहीं रहें अपने आसपास के लोगों से इस बारे में बात करें।
अपने घरवालों से बात करें
अपने माता-पिता, भाई-बहन, दोस्तों या अन्य कोई (जिस पर विश्वास करते हों) से जरुर इस बारे में बात करें। इनके अलावा अपने समुदाय में जैसे डॉक्टर, टीचर या स्थानीय धार्मिक नेता से भी बात कर सकते हैं।
पुरुष शोषण
महिलाओं के जैसे पुरुष शोषण भी आज कल आप बात हो गयी है। महिलाए भी खुद के मिले अधिकार का गलत फायदा उठा जाती है।
पुरुष से सम्बन्ध बनाना उतना ही अनिवार्य है जितना जीवन। यह प्रकृति का नियम है परंतु पुरुष को इग्नोर करना उसका अपमान करना। उसमे खामिया निकालना। गाली देना, रूठे रहना बिना वजह, वो काम करना जो पुरुष को पसंद न हो, अपनी बातें मनवाने में तो नारी सबसे ऊपर होती ही है परन्तु बेवजह की बातों पर बवाल करना। बात बंद करना, सही से बोलना नहीं, सम्भोग के समय औरों की बातें करना। ऐसे बहुत से यौन अपमानजनक के उदारण हैं जो हम अगले पुरुष यौन अपमानजनक आर्टिकल में लिखेंगे।
आवश्यकता है प्राचीन भारतीय संस्कार पाने की और योग को अपनाने की। क्यों की योग से स्वस्थ मन एवम् शुद्ध मन जीवन में सदा सही निर्णय लेने को प्रेरित करता है और अपनी गलतियों को मानने की ताकत देता है। असल में यह व्यक्ति निर्माण करता है।
आपका धन्यवाद।
सम्पर्क बनाए रखें।
विबुधः परिवार
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